The Greatest Guide To Neeraj Chopra Biography in Hindi

नीरज चोपड़ा भाला फेंक खेल की बारीकियां यूट्यूब वीडियो देखकर सीखते थे ।

जानें here जैवलिन थ्रो करने का तरीका और क्या हैं इसके नियम?

नीरज चोपड़ा के कोच का नाम उवे हैं जो कि जर्मनी देश के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इनसे ट्रेनिंग लेने के बाद ही नीरज चोपड़ा इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

यह जीवनचरित लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें।

एथलेटिक्स

नोट: इनकी यह नेटवर्थ इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार अंदाजन है। हम इसकी सटीकता की पुष्टि नहीं करते।

उन्होंने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।

नीरज चोपड़ा की वर्तमान में विश्व रैंकिंग

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नीरज चोपड़ा की वर्तमान में विश्व रैंकिंग जैवलिन थ्रो की कैटेगरी में चौथे स्थान पर है। इसके अलावा वे कई मैडल एवं पुरस्कार भी जीत चुके हैं।

नीरज चोपड़ा का बचपन से ही रुझान खेलों के प्रति रही। खासतौर से उन्होंने जैवलिथ थ्रो यानी भाला फेंक को अपना लक्ष्य बनाया और अनवरत उसके लिए मेहनत करते रहे। खास तौर से जब उन्होंने जर्मनी के पेशेवर जैवलिन एथलीट उवे होन के निर्देशन में ट्रेनिंग ली।

खुद को प्रैक्टिस करते हुए उत्सुकता से देखने के कारण जयवीर ने नीरज से भाला फेंकने के लिए कहा ।  जब नीरज ने भाला फेंका तो उन्हे एहसास हुआ कि वह दूर तक भाला फेंक सकते हैं, और इसी आत्मविश्वास ने उन्हें भाला फेंक एथलीट बना दिया ।

और फिर उन्हें पानीपत में रहने की अनुमति मिली।

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